आज के समय में तत्काल पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्सनल लोन सबसे बेहतर ऑप्शन माना जाता है। पहले के मुकाबले आज के समय में बैंकों से पर्सनल लोन लेना काफी आसान हो गया है। अब आप बिना बैंक गए घर बैठे-बैठे पर्सनल लोन के लिए अपने फोन या कंप्युटर से ही आवेदन कर सकते हैं। लेकिन लोन अप्रूवल के लिए आपको कुछ पात्रता मापदंड को पूरा करना होगा, डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे और आपको इंकम प्रूफ भी देना होगा।
जब आप बैंक में लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक आपके क्रेडिट स्कोर और इंकम के आधार पर यह तय करते हैं कि आपको लोन दिया जाए या नहीं और कितना लोन दिया जाए। आगे जानिए कि पर्सनल लोन देते समय बैंक किन बातों पर ध्यान देता है?
पर्सनल लोन का पैसा लौटा सकते हैं या नहीं
यह सबसे जरूरी है, जब भी आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आपको इंकम प्रूफ देना होता है। इससे बैंक यह तय करती है कि आपके पास लोन चुकाने की क्षमता है या नहीं है। आपके इंकम के आधार पर बैंक उतना ही लोन देते हैं जितना आप आसानी से चुका सकें।
अधिकतर बैंक आपको आपके मासिक वेतन के 50% EMI (मासिक किश्त) से अधिक राशि का लोन नहीं देते हैं। अगर सब कुछ काट कर आपके हाथ में 50000 रुपये मासिक वेतन मिलता है तो, ऐसे में बैंक आपकी EMI को 25,000 रुपये तक सीमित रखेगा। बैंक ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि पर्सनल लोन की EMI ही आपका अकेला खर्चा नहीं है। इसके अलावा एक आम आदमी के जीवन में और भी कई तरह के खर्च होते हैं।
आपके क्रेडिट स्कोर को भी चेक किया जाता है
लोन लेते समय आय के साथ-साथ आपकी क्रेडिट स्कोर की भी जांच की जाती है। क्रेडिट रिपोर्ट में पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी मिल जाती है। इससे बैंक यह पता लगाते हैं कि आपने पूरने लोन को समय पर चुकाया गया है या नहीं। अगर आपने अपने पिछले लोन के EMI और क्रेडिट कार्ड के बिल को सही समय पर भरें हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा। ऐसे में बैंक आपके पर्सनल लोन के आवेदन को बड़ी आसानी से अप्रूव कर देते हैं।
आपकी इंकम की स्थिरता
अगर आप सैलरीड पर्सनल हैं, तब आपको आसानी से लोन मिल जाता है। पर्सनल लोन की ब्याज दर भी कम होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बैंक को पता है कि अगर आपकी आय स्थिर है तो आप हर महीने लोन की EMI समय पर देने की क्षमता रखते हैं। अगर आप सरकारी नौकरी करते हैं या किसी MNC में काम करते हैं, तो पर्सनल लोन मिलने में और भी आसानी होगी।
अगर आप बिज़नस करते हैं या सेल्फ-एम्प्लोयेड हैं, तो पर्सनल लोन मिलने में परेशानी होती है, इसी के साथ ब्याज दर भी ज्यादा होती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप बिज़नस करते हैं तो आपकी आय शायद बहुत स्थिर न हो। ऐसी में बैंक पर्सनल लोन देने के लिए मना कर सकते हैं।
लोन एप्लीकेशन के साथ डॉक्यूमेंट
बाकी जानकारी के साथ-साथ बैंक KYC डॉक्यूमेंट, अड्रेस प्रूफ और इंकम प्रूफ जैसे डॉक्यूमेंट की मांग करते हैं। अगर इंकमें से किसी भी एक डॉक्यूमेंट में कमी पाई जाती है तो आपका लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाता है।
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