अब एक से ज्यादा Personal Loan लेना हुआ मुश्किल! RBI के नए नियम से बड़ा झटका

अगर आप एक से ज्यादा पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह खबर बहुत महत्वपूर्ण है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक नया नियम लागू किया है, जिससे मल्टीपल पर्सनल लोन लेना अब और मुश्किल हो जाएगा। पहले बैंकों और NBFCs को उधारकर्ताओं (borrowers) के क्रेडिट रिकॉर्ड को अपडेट करने में 30 से 40 दिन तक का समय लगता था, लेकिन अब यह काम सिर्फ 15 दिनों में पूरा हो जाएगा।

RBI ने यह नया नियम अगस्त 2024 में घोषित किया था और 1 जनवरी 2025 से इसे पूरी तरह लागू कर दिया गया है। इस नियम का मुख्य उद्देश्य है कि उधारकर्ता (borrowers) एक ही समय में कई लोन न ले सकें और बैंकों को उनकी वित्तीय स्थिति की सही जानकारी तुरंत मिल सके। पहले जब क्रेडिट रिपोर्ट अपडेट होने में ज्यादा समय लगता था, तब उधारकर्ता इस देरी का फायदा उठाकर अलग-अलग बैंकों और NBFCs से लोन ले लेते थे।

कैसे काम करेगा RBI का यह नियम?

अब से जब भी कोई पर्सनल लोन (Personal Loan) लेगा, तो उसकी जानकारी महज 15 दिनों में अपडेट हो जाएगी। इसका मतलब यह है कि अगर कोई एक बैंक से लोन लेकर तुरंत दूसरे बैंक में अप्लाई करता है, तो दूसरे बैंक को जल्द ही उसकी लोन डिटेल्स पता चल जाएंगी। इससे मल्टीपल लोन लेना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।

RBI के नए नियम से क्या बदलाव आएंगे?

  • Multiple Personal Loan लेने की संभावना होगी कम: पहले लोग एक बैंक से लोन लेकर जब तक क्रेडिट रिपोर्ट अपडेट नहीं होती थी, तब तक दूसरे बैंक से भी लोन ले लेते थे। अब यह संभव नहीं होगा।
  • Credit Score पर अधिक ध्यान देना होगा: चूंकि बैंक अब तुरंत क्रेडिट रिपोर्ट अपडेट करेंगे, इसलिए उधारकर्ताओं (borrowers) को अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारकर ही लोन के लिए अप्लाई करना होगा।
  • ‘Evergreening’ जैसी धोखाधड़ी पर लगेगी रोक: कई लोग नए लोन लेकर पुराने लोन चुकाने की रणनीति अपनाते थे, जिससे बैंकों को बड़ा नुकसान होता था। नए नियम से इस प्रक्रिया पर भी रोक लगेगी।
  • बैंकों और NBFCs को जोखिम कम होगा: अब लोन देने से पहले बैंक और NBFCs तुरंत चेक कर पाएंगे कि कोई पहले से लोन के बोझ तले दबा तो नहीं है। इससे उनका वित्तीय जोखिम कम हो जाएगा।
  • फ्रॉड मामलों में आएगी गिरावट: कई लोग गलत जानकारी देकर लोन लेते थे और अलग-अलग बैंकों से पैसा उधार करके चूक जाते थे। लेकिन अब ऐसा करना मुश्किल होगा।

किन लोगों को होगा सबसे ज्यादा असर?

  • बार-बार लोन लेने वाले लोग: अगर कोई व्यक्ति पहले से ही कई लोन ले चुका है और नया लोन लेने की सोच रहा है, तो उसके लिए दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
  • खराब Credit Score वाले लोग: जिनका क्रेडिट स्कोर पहले ही खराब है, उनके लिए अब Personal Loan लेना और मुश्किल होगा, क्योंकि अब उनके डिफॉल्ट का रिकॉर्ड जल्दी अपडेट हो जाएगा।
  • लोन लेकर पुराने लोन चुकाने वाले लोग: जो लोग नए लोन से पुराने लोन का भुगतान करते हैं, उन्हें अब समस्या हो सकती है, क्योंकि बैंकों को यह जल्द ही पता चल जाएगा।

RBI नए नियम का उद्देश्य क्या है?

RBI का यह नया नियम भारत की वित्तीय व्यवस्था को अधिक पारदर्शी (transparent) और सुरक्षित बनाने के लिए लागू किया गया है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य है:

  • लोन की प्रक्रिया को अधिक विश्वसनीय बनाना।
  • बैंकों को संभावित डिफॉल्टर्स की पहचान करने में मदद करना।
  • लोगों को जिम्मेदारी से लोन लेने के लिए प्रेरित करना।
  • फ्रॉड और ‘Evergreening’ जैसी समस्याओं को रोकना।

क्या RBI का यह नियम सही है?

इस नए नियम को लेकर अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय हो सकती है।

  • बैंकों और NBFCs के लिए: यह नियम उनके लिए बहुत फायदेमंद होगा क्योंकि इससे उनका जोखिम कम होगा और डिफॉल्ट के मामले घटेंगे।
  • आम लोगों के लिए: जो लोग जरूरतमंद हैं और सही तरीके से लोन लेते हैं, उन्हें कोई समस्या नहीं होगी। लेकिन जो लोग बार-बार लोन लेते हैं और अपनी वित्तीय स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पाते, उनके लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा।

RBI का यह नया नियम Personal Loan मार्केट को अधिक पारदर्शी और अनुशासित बनाने के लिए लागू किया गया है। इससे बैंकों को अधिक सुरक्षा मिलेगी और उधारकर्ताओं को अधिक जिम्मेदारी से लोन लेने की आदत डालनी होगी।

अगर आप भी Personal Loan लेने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो अब और अधिक सतर्कता बरतनी होगी। अपने क्रेडिट स्कोर को बनाए रखें और सोच-समझकर ही लोन लें।

Related Topics:

Leave a Comment